पटना : हिन्दू धर्म में शादी को जीवन के महत्वपूर्ण कर्मों में से एक माना गया है, और शायद यही कारण है कि लड़के और लड़कियों के परिजन उनकी शादी से पहले कई चीजों की जांच-पड़ताल करते हैं और फिर धूमधाम से शादी मनाई जाती है. लोग अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए क्या कुछ नहीं करते, लेकिन एक प्रेमी जोड़े की शादी कुछ यूँ यादगार बनी, जिसके बारे में शायद उसने सोचा भी नहीं होगा.
दरअसल बिहार के जनपद दरभंगा के रहनेवाले रविकांत झा को पासवान जाति की लड़की आरती से प्यार हो गया. आरती के भाई राहुल पासवान से रविकांत की दोस्ती थी, लिहाज़ा उनके घर रविकांत का आना-जाना लगा रहता था और यहीं पर रविकांत की आँखें राहुल की बहन आरती से लड़ी और दोनों में प्यार हो गया. दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों एक साथ जीने-मरने की कसमें खाने लगे, लेकिन जाति की दीवार के कारण परिवार वालों की मर्ज़ी से शादी होना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन था.
दोनों को जब एक दुसरे की कमी खटकने लगी तो दोनों ने फरार होने की ठानी और दोनों घर से भाग गए. इसकी भनक आरती के घरवाले को लग गई और परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से दोनों प्रेमी युगल को एकभिंडा के पास पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
पंचायत के मुखिया, सरपंच, समाज के लोगों की सामूहिक निर्णय से और दोनों पक्ष की सहमति के बाद थाना अध्यक्ष से अनुमति मांगकर थाना परिसर स्थित मंदिर में जयमाला हुआ, जिसके बाद दोनों प्रेमी युगल का हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार श्यामा मंदिर में शादी संपन्न हुआ.