कन्नौज : प्यार बंधनों की परवाह नहीं करता, चाहे वो बंधन सरहदों का हो या फिर समाज का। पुरे देश में जब लॉकडाउन लगा हुआ है और कोरोना वायरस का खतरा लोगों पर मंडरा रहा है, तब भी प्यार अपने मुकाम पर पहुँच कर ही दम लेता है। जी हाँ, ये वाकिया है उत्तर प्रदेश की इत्र नगरी कन्नौज (Kannauj News) की, जहाँ 80 किलोमीटर पैदल चलकर प्रेमिका अपने प्रेमी के पास पहुंची और फिर दोनों शादी के बंधन में बंधे। प्रेम का ये किस्सा इन दिनों इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के थाना मंगलपुर के लक्ष्मण तिलक गांव की रहने वाली गोल्डी गुरुवार को अपने घर से 80 किमी का सफर पैदलकर तय कर तालग्राम पहुंची थी। तेज धूप और भीषण गर्मी के बावजूद गोल्डी ने अपनी जान की परवाह नहीं की और लगातार पैदल चलते हुए मंगेतर के घर पहुंच गई। यहां सकरवारा के प्राचीन मंदिर में बैसापुर निवासी वीरेंद्र कुमार राठौर के साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए।
पैरों में पड़े छालों की परवाह न करते हुए शुक्रवार को वट सावित्री व्रत रखा। फिर अपनी सास के साथ गांव में आधा किमी दूर जाकर वट वृक्ष की पूजा की। सास ने भी बहू को परंपरा व पूजा के तौर तरीके बताए। इसके बाद गोल्डी ने शुद्ध जल, रोली, कच्चा सूत, भिगोया चना, फल, धूप और गुलगुलों से विधि विधान से पूजा की। वट वृक्ष में कच्चा धागा लपेट कर परिक्रमा कर पति की दीर्घायु की कामना की।