द्वारकेश बर्मन की रिपोर्ट :
नई दिल्ली : भारतवर्ष में मसाला किंग के नाम से मशहूर एमडीएच ग्रुप के संस्थापक धर्मपाल गुलाटी की मौत की खबरें कल देर रात से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही थी और चर्चा का विषय बनी हुई थी। सोशल मीडिया पर यह खबर है पोस्ट होने के बाद बिना किसी पुष्टि का इंतजार किए कई मीडिया घरानों ने भी इस खबर को प्रकाशित कर दिया और धर्मपाल गुलाटी की मौत पर मोहर लगा दी थी। लेकिन अब एमडीएच ग्रुप द्वारा एक वीडियो ट्वीट करते हुए आज इस बात का खंडन किया गया है कि धर्मपाल गुलाटी की मौत की खबरें झूठी है ए.मडीएच परिवार इस तरह की फर्जी खबरों की निंदा करता हुआ इस वीडियो में नजर आ रहा है l
गुलाटी की मौत की खबर के बाद उनके परिजनों ने इसे अफवाह बताया। साथ ही एक वीडियो जारी कर मौत की अफवाह का खंडन किया है। दरअसल, कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया गया था कि धर्मपाल गुलाटी का शनिवार 6 अक्टूबर की रात निधन हो गया था। उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। लेकिन परिजनों द्वारा इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए एक वीडियो जारी किया गया। वीडियो में दिख रहा है कि धर्मपाल गुलाटी अपने परिजनों के साथ बैठे हुए हैं और वे गायत्री मंत्र का जाप कर रहे हैं। वीडियो में उन्होंने अपना हाथ उठा यह बताने की कोशिश किया कि वे पूरी तरह स्वस्थ और तंदरूस्त हैं।
वीडियो में एमडीएच संस्थान का एक व्यक्ति यह कह रहा हैं कि, “हम अपने कार्यालय में बैठे हुए हैं। धर्मपाल जी पूरी तरह स्वस्थ हैं। कभी-कभी सोशल मीडिया पर अफवाह फैल जाती है। इसका नाजायज लाभी उठाया जाता है। इससे बचें। लोगों को आगाह भी करें कि धर्मपाल जी प्रसन्न मुद्रा में हैं। उनके अंदर पूरी तरह से कार्य करने की इच्छा है। यह वीडियो इसलिए जारी किया जा रहा है कि ताकि अफवाह दूर हो। इम इनकी लंबी उम्र के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।” धर्मपाल महाशय की उम्र 96 साल है। वे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। मौत की अफवाह उस समय उड़ी थी जब किसी ने धर्मपाल जी के पिता चुन्नी लाल जी की तस्वीर के साथ उनकी मौत की खबर चला दी थी। अफवाह उड़ने के बाद परिजनों व नजदीकियों द्वारा वीडियो बना इस खबर का खंडन किया गया।
पाकिस्तान में हुआ था जन्म
बता दें कि धर्मपाल गुलाटी का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में 1922 में हुआ था। देश के बंटवारे के बाद उनके पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी 1947 में देश के बंटवारे के बाद वे दिल्ली चले आए और यहीं बस गए थे। 1959 में धर्मपाल गुलाटी ने एमडीएच मसाला फैक्टी, जिसे महाशियन दी हट्टी भी कहा जाता है, की स्थापना दिल्ली के कीर्ति नगर में की थी। आज इस मसाले का नाम देश ही नहीं, पूरी दुनिया में है। वर्ष 2016-17 के दौरान धर्मपाल गुलाटी ने 21 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो गोदरेज कंज्यूमर के आदि गोदरेज और विवेक गंभीर, हिंदुस्तान यूनिलीवर के संजीव मेहता और आईटीसी के वाई सी देवेश्वर की कमाई से भी कहीं ज्यादा थी।
केवल 5वीं पास हैं धर्मपाल गुलाटी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में धर्मपाल गुलाटी सबसे ज्यादा बिकने वाले एफएमसीजी प्रोडक्ट के सीइओ बने। सबसे खास बात यह है कि, घर-घर पहचान बनाने वाले और इस मुकाम तक पहुंचने वाले धर्मपाल गुलाटी ने मात्र पांचवी कक्षा तक पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और अपने पिता के साथ दुकान पर बैठने लगे।
देशभर में आज एमडीएच की हैं 15 फैक्ट्रीयां
1959 में एमडीएच मसाला फैक्ट्री की नींव रखी गई, जिसे महाशियन की हट्टी भी कहा जाता है। इसकी स्थापना धर्मपाल गुटानी ने दिल्ली के कीर्ति नगर में की थी। और आज की तारीख में एमडीएच मसालों का नाम देश ही नहीं बल्कि दुनिया में है। आज एमडीएच की देशभर में 15 फैक्ट्री हैं।