आशीष गौरव पांडेय की रिपोर्ट :
वाराणसी : पीएम नरेन्द्र मोदी कें संसदीय क्षेत्र वाराणसी मेंं 24 दिसम्बर सोमवार कों हुए लाठीचार्ज के विरोध में 25 दिसम्बर 2018 मंगलवार कों किसानों का महापंचायत एवं पदयात्रा खेवसीपुर गांव में किसान न्याय मोर्चा के तत्वाधान में आयोजित हुआ, जहाँ पर सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर आरएस पटेल ने भी अपनी सेना के साथ किसानों का समर्थन किया। सोमवार कों महिलाओं पर हुए लाठी चार्ज का आक्रोश व विरोध जताया।
किसान न्याय मोर्चा प्रदेश संयोजक एडवोकेट महेंद्र यादव ने कहा की जब तक भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार उचित प्रतिकर एवं पूर्व विस्थापन पैकेज का लाभ ₹500000 नहीं मिल जाता है और धारा 31 और 38 का पालन नहीं हो जाता है तब तक किसान अपनी जमीन नहीं देंगे। जिला प्रशासन जिस प्रकार से महिलाओं पर लाठी चार्ज किया है उसके विरोध में 29 दिसंबर को किसान न्याय मोर्चा के नेतृत्व में करपुरी ठाकुर पार्क जिला मुख्यालय वाराणसी पर काला दिवस मनाया जाएगा और 28 दिसंबर को खेवसीपुर में सत्याग्रह का शुभ आरंभ किया जाएगा। जब तक किसानों का उचित प्रतिकर नहीं मिलेगा तब तक अनशन जारी रहेगा।
किसान न्याय मोर्चा के प्रदेश सचिव “अशोक प्रजापति “किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह जिला प्रशासन और शासन डंडे के बल पर किसानों की जमीन पर डाका डालने आए हैं ।यदि ऐसी सोच जिला प्रशासन अपने अंदर अपना लिया है तो जिला प्रशासन और किसानों के बीच कोई अप्रिय घटना होती है तो पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी ।
किसानों को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव डॉ उमाशंकर यादव ने कहा यदि यह सरकार किसानों को नए कानून के अनुसार भूमि का बाजार मूल्य का 4 गुना रेट जो अधिकतम होता है नहीं देते हैं तो यह आंदोलन और विराट रूप लेगा और उन्होंने कहा यह सरकार किसी प्रकार से किसान हितैषी नहीं है अपितु भाजपा की सरकार किसान विरोधी है। इस महापंचायत में किसान न्याय मोर्चा के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेश पटेल ने किसानों को संबोधित हो करते हुए कहा कि जब तक किसानों को उचित प्रतिकर नहीं मिल जाता है लड़ाई जारी रहेगी ।
महापंचायत में किसान न्याय मोर्चा प्रदेश सचिव अशोक प्रजापति ; जिला अध्यक्ष राम सागर पटेल; जिला महामंत्री दिलीप प्रजापति ; सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर एस पटेल ; सुरेश वर्मा; अरविंद पटेल ; विजय कुमार पटेल ; सुशील पटेल ; आराधना पटेल ; नीलम पटेल ; गीता पटेल ;पूनम पटेल ; सुनीता पटेल ; रेखा पटेल ; सीमा देवी ;चंद्रिका देवी ; फूलपत्ती देवी इत्यादि किसान उपस्थित थे॥