नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार भले हीं अपनी सरकार के जरिये देश भर में एक स्वच्छ व भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात कर रही हो, लेकिन उनके नेताओं के कारनामे कुछ और हीं बयां कर रहे हैं। एक के बाद एक जिस ताः से बीजेपी नेताओं की सेक्स रैकेट में संलिप्तता की खबर सामने आ रही है, उसने पार्टी की साख पर सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिए हैं। बीते दिनों मध्य-प्रदेश में बीजेपी के कई नेताओं को सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में पुलिस ने दबोचा, वहीँ अब उत्तराखंड में भी पुलिस ने बीजेपी की एक महिला नेता को सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यहाँ ये बात गौर करने वाली है कि मध्य-प्रदेश और उत्तराखंड, दोनों हीं राज्यों में बीजेपी की सरकार है।
दरअसल मंगलवार शाम एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी निरीक्षक साधना त्यागी ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को साथ लेकर प्रेमनगर स्थित एक मकान में छापा मारा था। इस दौरान पुलिस ने दो महिलाओं और दो पुरुषों (यशपाल निवासी थिथकी और बॉबी निवासी तांसीपुर मंगलौर) को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया था।
पकड़ी गई दोनों महिलाएं सैक्स रैकेट का संचालन करती है। इन चारों के कब्जे से पुलिस ने सहारनपुर निवासी एक युवती को भी बरामद किया था। पूछताछ में पीड़ित युवती ने बताया था कि वह उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेल रहे थे।
पकड़ी गई सेक्स रैकेट की दोनों संचालिकाओं ने पूछताछ में गिरोह की सरगना के रूप में एक भाजपा नेत्री हेमा रावल का नाम बताया है। सीओ रुड़की स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि गिरोह की फरार सरगना हेमा रावल की तलाश शुरू कर दी है। जल्द उसे गिरफ्तार किया जाएगा। इसी बीच पार्टी के तरफ़ से बयान जारी कर कहा गया है कि आरोपी महिला नेता को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है।