कुमार संजय की रिपोर्ट :
मुगलसराय : लगभग एक पखवारे से नीजिकरण वापस लिये जाने की मांग को लेकर बिजली कर्मचारियों का धरना सरकार की तमाम आदेशों के बावजूद अनवरत जारी है। एक तरफ कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े है, दूसरी ओर शासन की ओर से आन्दोलन से निपटने के लिए तमाम दमनात्मक आदेश जारी किये जा रहे हैं और सरकार हड़ताली कार्मिकों पर एस्मा जैसे धारा में निरूद्ध करने की तैयारी में है।
उधर रोज की तरह विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारी मन्डल कार्यालय पर धरने पर रहे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि सरकार के तमाम दमनात्मक कार्यवाही के बावजूद कार्मिकों का नीजिकरण वापस लिये जाने तक आन्दोलन जारी रहेगा। वक्ताओं ने बताया कि सरकार के दमनात्मक रवैये के चलते पिछले आन्दोलनों में विरत रहे यूपी पारेषण निगम को भी आगामी 9 अप्रैल से होने वाले तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार में शामिल कर लिया गया है। उल्लेखनीय हैं कि जनता की सुविधा को देखते हुए गत आन्दोलनों से पारेषण के कार्मिकों को विरत रखा गया था।
इस बीच शासन द्वारा स्थानीय स्तर पर आई.टी. संस्थानों के कुशल अस्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति किये जाने का आदेश जारी करते हुए हड़ताली कर्मचारियों से सख्ती से निपटने के लिए कहा है। बैठक की अध्यक्षता सर्वेश पान्डेय ने की तथा आशीष सिंह, प्रवीन कुमार, रामकुमार,ए.के.पान्डेय,घनश्याम, दीपक अग्रवाल, हंसराज, जहीर अहमद,लल्लू,अनिल, राजेन्द्र आदि नेताओं ने सम्बोधित किया। संचालन मो. मेंहदी ने की।