तौक़ीर रज़ा की रिपोर्ट :
कटिहार : अस्पताल में इलाजरत आम मरीजों के साथ चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के व्यवहार पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंगलवार को जिला पदाधिकारी पूनम ने सिविल सर्जन को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के मुलाकातियों के साथ साथ वाह्य रोगी विभाग में परामर्श हेतु आए मरीजों के बैठने की समुचित व्यवस्था एवं सदर अस्पताल परिसर में व्याप्त खामियों को हर हाल में 15 दिनों के अंदर दुरुस्त करें।
सदर अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से कराई गई जांच के आलोक में प्राप्त प्रतिवेदन के मद्देनजर सिविल सर्जन, नगर आयुक्त, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जिला पदाधिकारी पूनम ने सदर अस्पताल में व्याप्त खामियों को दूर करने हेतु व्यापक समीक्षात्मक बैठक की।
अस्पताल परिसर में जलजमाव की स्थिति से मरीजों हो रहे परेशानियों के मद्देनजर डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि तत्काल इसका समाधान सुनिश्चित कराएं एवं अस्पताल प्रबंधन इसकी वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल परिसर में स्थित जेनेरिक दवाखाना में डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाइयां दी जाए एवं दवाखाना में जेनेरिक दवाओं के नाम एवं उनके मूल्य अंकित सूचना पट्टिका को संस्थापित करें। वाहन पार्किंग को सुव्यवस्थित स्वरूप दिया जाए। प्रसव कक्ष एवं मरीज वार्डों की साफ-सफाई की नियमित रोस्टर वार व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। साफ सफाई में लगे कर्मियों की पालीवार प्रतिनियुक्ति का विधिवत मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो। साथ ही संपूर्ण अस्पताल परिसर की साफ-सफाई एवं मरीजों के लिए गुणवत्तायुक्त पथ्य तैयार करने के कार्यों की समुचित मोनिटरिंग की जानी चाहिए।
उन्होंने इस बाबत विस्तृत कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सक कक्ष को व्यवस्थित स्वरुप प्रदान करें। अस्पताल परिसर में शुद्ध पेयजल हेतु उच्च क्षमता वाले वाटर प्यूरीफायर संस्थापित कराएं। जेनेरिक दवाखाना में सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहें। साथ ही अस्पताल प्रबंधक को उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इन कार्यों की समुचित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की लचर स्थिति पाई गई तो इसे गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार आम आवाम को स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधा अस्पताल परिसर में मुहैया कराए जाने हेतु कृतसंकल्पित है। इसके लिए सदर अस्पताल में भी दवाओं की व्यवस्था एवं अन्यान्य आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, परंतु स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा समुचित अनुश्रवण नहीं किए जाने से कतिपय कुव्यवस्थाएं परिलक्षित होती रहती है। उन्होंने इस बाबत सिविल सर्जन सहित अन्य स्वास्थ्य विभागीय अधिकारियों को 15 दिनों के अंदर इन तमाम आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं को व्यवस्थित कराने का निर्देश दिया ताकि संपूर्ण सदर अस्पताल परिसर आदर्श अस्पताल की तरह दिखे।
उल्लेखनीय है कि सदर अस्पताल में मौजूद व्यवस्थाओं की वास्तविकता का जायजा लेने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी द्वारा सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार के माध्यम से सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण कराया गया। जिला पदाधिकारी के निर्देश पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने दो सरकारी कर्मचारियों को सामान्य मरीज की तरह भेज कर सदर अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। इस क्रम में ओपीडी में कर्मचारियों एवं चिकित्सकों के मरीजों के साथ व्यवहार, अस्पताल परिसर में दवा वितरण की व्यवस्था, वाहन पार्किंग, दवा की उपलब्धता साफ सफाई इत्यादि अन्य सुविधाओं के विषय में कतिपय खामियां परिलक्षित हुई है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी के प्रतिवेदन प्राप्त होते ही जिला पदाधिकारी पूनम ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अस्पताल में व्याप्त खामियों को 15 दिनों के अंदर दूर करने के सख्त निर्देश सिविल सर्जन को दिए।