लखनऊ : यूपी में सरकार गठन के बाद से ही जिस तरह से सीएम योगी ने एक के बाद एक कई फैसले लिए हैं, उसने देश भर में उनकी छवि एक कड़क और सख्त प्रशासक के रूप में बनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ईद के मौके पर उस परंपरा को तोड़ दिया जो सदियों से एक परंपरा के रूप में जानी जाती रही है। आईये जानते है कि वो परंपरा क्या है ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ईदगाह नहीं जाने की वजह से ईद के दिन वर्षों पुरानी परम्परा टूट गई। ईद के मौके पर मुख्यमंत्रियों के ऐशबाग ईदगाह जाने की परम्परा रही है, लेकिन योगी के वहां नहीं जाने की वजह से यह परम्परा टूट गई। हालांकि राज्यपाल राम नाईक, उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ईदगाह जाकर लोगों को ईद की बधाई दी और लोगों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर रमजान के दौरान रोजा इफ्तार पार्टी दिए जाने की भी परम्परा को योगी आदित्यनाथ ने तोड़ा। परम्परा के अनुसार रमजान में एक दिन मुख्यमंत्री की ओर से रोजा इफ्तार की पार्टी दी जाती थी लेकिन इस बार वह पार्टी नहीं हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजभवन में गत 23 जून को आयोजित इफ्तार पार्टी में भी नहीं शामिल हुए थे लेकिन उनके प्रतिनिधि के तौर पर उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा और कई मंत्री राजभवन की इफ्तार पार्टी में शिरकत किया था।