लोकपति सिंह की रिपोर्ट :
चन्दौली : यूपी के जनपद चंदौली के सैदूपुर इलिया में नए सत्र के लिए पहले ही दिन सोमवार को विद्यालय खुलते ही कस्बा के प्राथमिक विद्यालय प्रथम में बच्चे परिसर में झाड़ू लगाते रहे, जबकि वहां विद्यालय का कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं रहा। ऐसी स्थिति में सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के तहत सब पढ़े सब बढ़े नारा फ्लॉप होता दिखाई दे रहा है।
प्राथमिक विद्यालयों में गुणवत्तापरक शिक्षा देने, उन्हें अप टू डेट करने के साथ कानवेंट स्कूल की तर्ज पर नए सत्र से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देने का कार्य प्राथमिक विद्यालयों में शुरू हो गया है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को स्कूल में ही मिड- डे मील, दूध,फल, पुस्तक, जूता-मोज़ा, स्वेटर तक दिया जा रहा है। अभियान में करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है। इसके बावजूद इन बच्चों के हाथों में पुस्तक और कलम देने की बजाय उनसे झाड़ू लगवाया जा रहा है।
एक प्रधानाध्यापक, एक सहायक अध्यापक, दो शिक्षामित्र सहित कुल चार स्टाफ के इस विद्यालय में कुल 150 बच्चों को कक्षा एक से पांचवीं तक की शिक्षा दी जाती है। अप्रैल माह में गीष्मॠतु के चलते विद्यालय का समय सुबह 8 से 1 बजे तक का निर्धारित किया गया है। जबकि 7:45 तक प्रधानाचार्य नहीं पहुंचे थे। ऐसी स्थिति में बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा दिया जाना बेमानी साबित हो रहा है। कुछ देर बाद आए प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार सिंह से एक हिंदी समाचार पत्र के संवाददाता ने झाड़ू लगाने की बात पूछी तो उल्टे रौब जमाने लगे और धमकी तक दे डाली। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेन्र्द प्रताप सिंह का कहना है कि विद्यालय में बच्चों को झाड़ू लगवाना नियम के विरुद्ध है। यदि ऐसा कहीं भी पाया जाता है, तो जांच कर दोषी इंचार्ज के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।