नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच जारी डोकलाम विवाद का बीते दिनों अंत हो गया। दोनों ही देश डोकलाम से अपनी अपनी सेना हटाने को लेकर तैयार हो गए, जिसके बाद आज पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई। आपको बता दें कि चीन में 9वीं ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसके तीसरे और आखिरी दिन आज प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई। यह मुलाकात कई महीनों में खास रही।
आपको बता दें कि इस बार के ब्रिक्स सम्मेलन में भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर जहां अपनी बात मनवाई और चीन के द्वारा पाकिस्तान के आतंकी संगठन का नाम घोषणापत्र में शामिल करवाया, वहीं चीनी राष्ट्रपति ने भी भारत के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। आइए नजर डालते हैं पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई मुलाकात की बड़ी बातों पर।
जिनपिंग ने कहा – एक स्वस्थ और स्थिर चीन-भारत संबंध दोनों देशों के लोगों के हितों की पूर्ति करेगा।
शी जिनपिंग ने कहा कि – हम दोनों देश बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।
शी जिनपिंग ने कहा कि हम भारत से आपसी सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। चाहते हैं शांतिपूर्ण रिश्ता।
शी जिनपिंग ने कहा- भारत और चीन एक दूसरे के प्रमुख पड़ोसी हैं, हम दुनिया के दो बड़े और उभरते हुए देशों में से हैं।
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि चीन भारत के साथ पंचशील के पांच सिद्धातों के तहत काम करने को तैयार है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से साथ चीफ स्पोक्सपर्सन लू कांग, विदेश मंत्री वां यी और स्टेट काउंसलर यांग जिएची भी द्विपक्षीय वार्ता में मौजूद हैं।
ब्रिक्स देशों के रिश्ते मजबूत हुए – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बधाई दी।
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, विदेश सचिव एस जयशंकर समते कई अधिकारी मौजूद रहे।
दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया।