सहारनपुर : यूपी की योगी सरकार द्वारा कानूनव्यवस्था को पटरी पर लाने की तमाम कोशिशें विफल साबित होती नज़र आ रही है और अपराधी बेख़ौफ़ होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ताज़ा मामला यूपी के जनपद सहारनपुर का है, जहाँ एक युवती के साथ दरिंदों ने 2 दिनों तक गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल थाना जनकपुरी में तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरअसल पंजाब के जनपद फतेहगढ़ साहिब के थाना सरहिंद के एक गांव की 17 वर्षीय किशोरी 15/16 जून की रात ट्रेन से अपने नाना-नानी के साथ धामपुर ननिहाल जा रही थी। ट्रेन के सहारनपुर स्टेशन पर रुकने पर किशोरी पानी पीने नीचे उतरी थी, तभी ट्रेन चल दी थी और भीड़ होने के कारण किशोरी ट्रेन में चढ़ नहीं सकी थी। ट्रेन के निकल जाने पर किशोरी को प्लेटफार्म पर अकेली खड़ी देख दो युवक उसके पास पहुंचे और बकौल किशोरी उसने दोनों से सरहिंद की बस में बिठाने को मदद मांगी तो दोनों उसे अपने साथ रेलवे स्टेशन से बाहर ले आये।
इसके बाद एक दुकान पर उसे कोल्ड ड्रिंक पिला बस में बिठाने की बात कहकर ऑटो में लेकर चल दिये और फिर देहरादून रोड पर एक बड़ी फील्ड के बराबर में बने कमरे में ले जाकर दोनों ने बंधक बना उसके साथ गैंगरेप किया और फिर उसे दोबारा रेलवे स्टेशन पर लाये। मगर फिर कमरे पर ले जाकर वहां पहले से ही मौजूद अपने तीसरे साथी के साथ मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया।
पीड़िता ने बताया कि रेलवे स्टेशन से उसे लेकर जाने वाले युवक सड़क दूधली का दानिश और माहीपुरा का पाशा थे। तीसरा साथी माहीपुरा का ही तहसीन है। किशोरी के मुताबिक उसने पेट दर्द का बहाना किया तो शुक्रवार की रात उसे जिला अस्पताल लाया था वहां दानिश व पाशा भी मौजूद मिले। इसी बीच मौका पाकर किशोरी ने शोर मचा दिया तो पुलिस मौके पर पहुंच गयी जिन्हें देख तीनों आरोपी उस समय वहां से भाग निकले थे। किशोरी को थाना जनकपुरी लाया गया। बाद में पुलिस ने दबिश देकर कुछ ही देर बाद दानिश पुत्र मुनव्वर निवासी सड़क दूधली और फिर शनिवार को माहीपुरा निवासी ताहसीन पुत्र तस्लीम व पाशा को भी गिरफ्तार कर लिया।