विजयनाथ चक्रवर्ती की रिपोर्ट
बस्ती : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की लीलाओ को जन-जन तक पहुँचाने के लिये ग्राम पंचायत नौली विकास खण्ड बहादुरपुर जनपद बस्ती मे इन दिनो राम लीला का आयोजन किया जा रहा है। इस रामलीला का आयोजन नवयुवक राम लीला समिति नौलीके स्थानीय कलाकारो के द्वारा रविवार की रात धनुष यज्ञ,परशुराम -लक्ष्मण संवाद का मंचन किया गया ।
धनुष टूटते समय ध्यान लगाये बैठे परशुराम जी का ध्यान भंग हो जाता है और अपने अतंर्मन से ध्यान करके धनुष टूटने का पता लगा कर सीधे सीता स्वयंबर मे जा पहुचते है और कहते हैं।रे नृप बालक कालबस बालत तोहि न संभार। धनुहि सम त्रिपुरीरिधनु बिदित सकल संसार।।वहीं श्री राम जी विनम्र होकर कहते हैं कि.नाथ संभुधन भंजनिहारा।होइहै केउ इक दास तुम्हारा।। आयेसु काह कहिअ किन मोही।सुनि रिसाइ बोले मुनि कोहि।।.
शिव जी के धनुष टूट जाने पर परशुराम जी क्रोधित होते हैं और पूछते हैं कि यह धनुष किसने तोड़ा। तब रामचन्द्र जी परशुराम जी से कहते हैं-कि नाथ शिव जी का धनुष तोड़ने वाला आपका कोई एक दास ही होगा। क्या आज्ञा है मुझसे कहें। यह सुनकर क्रोधित मुनि गुस्से मे बोलते है। सेवक सो जो करे सेवकाई ।अरि करनी सु करिअ लराई।।सुनहुं राम जेहि सिव धनु तोरा।सहस्रबाहु समसो रिपु मोरा।। सो बिलगाउ विहाई समाजा। न त मारे जैहहिं सब राजा।।. सेवक वह होता है ।जो सेवा करे शत्रुता का करके तो लड़ाई की जाती है।वह मेरा सेवक नही ।सहसबाहु के समान मेरा शत्रु है।वह इस राज समाज से अलग निकल आये ।नही तो सभी राजा मारे जायेंगे।
परशुरामजी के ऐसे क्रोधपूर्ण बचन सुनकर -लक्ष्मण मुस्कराये और परशुराम जी के प्रति अपमान पूर्ण वचन कहने लगते हैं कि हे गोसाईं लड़कपन मे हमने ऐसी बहुत सी धनुहियां तोड़ डाली।किन्तु आपने ऐसा क्रोध कभी नहीं किया।इसी धनुष पर आपकी इतनी ममता क्यो ।इतना ही सुनकर परशुराम जी क्रोधित होकर बोले – हे राजकुमार काल के वश मे होने के कारण तू संभल कर नहीं बोल पा रहा है।इसीलिए तू सारे संसार मे विख्यात शिव धनुष को धनुही के समान बता रहा है।.
वीर रस से परिपूर्ण नवीन कुमार उपाध्याय (राम), रमेश दूबे (-लक्ष्मण ),पूर्व प्रधान श्याम सुन्दर (परशुराम),राजवन्त चौधरी(विश्वामित्र) की भूमिका निभाई।इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पूर्व प्रधान जगराम चौधरी,युवा नेता राजन पाण्डेय,चंद्रिका सिंह,डॉ० कैलाश मौर्य ,दिलीप कुमार चौधरी,रामगोपाल जायसवाल,राजकुमार यादव,सरविंद चौधरी,राम शंकर पाण्डेय,मायाराम चौधरी सहित हजारो दर्शक मौजूद रहे।