नई दिल्ली : पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने जिस उद्देश्य के साथ राजनीति में एंट्री की थी, उनका वो सपना पूरा होने जा रहा है। जी हाँ, इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सत्ता की ओर से बढ़ रही है। कुर्सी तक पहुंचने की राह साफ होते ही इमरान ने मुल्क की आवाम को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने अपनी सरकार की नीतियों को लोगों के साथ बांटा।
चुनाव नतीजों के बाद अपने पहले भाषण में इमरान ने कहा कि ‘उनके दिलो-दिमाग में जिस पाकिस्तान की कल्पना है अब वो शक्ल लेगी।’ उन्होंने कहा कि पिछले 22 वर्षों से वो एक ऐसे पाकिस्तान का सपना बुन रहे हैं, जिसकी साख और तूती पूरी दुनिया में बोले। 36 मिनट लंबे भाषण में खान का पूरा जोर चीन, बलूचिस्तान और मध्य-पूर्व देशों पर रहा।
इमरान खान ने कहा, ‘हमें गरीबी से लड़ना है, यह सबसे बड़ी चुनौती है। हमारे सामने चीन सबसे बड़ा उदाहरण है जिसने 70 साल में अपने लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।’ खान ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने इससे पहले कभी इतना कर्ज नहीं लिया है। इससे पहले कभी रुपए का स्तर इतना नीचे नहीं गिरा है।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए तैयार है। अगर भारत सरकार एक कदम आगे बढ़ती है तो हम दो कदम आगे बढ़ेंगे। पैगम्बर के समय के शासन तंत्र की तरफ संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान में मदीना जैसे कल्याणकारी राज्य की स्थापना करना चाहते हैं।