सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : ह्यूमन लिवर्टी नेटवर्क के तत्वाधान में फकीराना सिस्टर सोसाइटी बेतिया द्वारा नगर के महाराजा पुस्तकालय प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय नशा एवं मानव व्यापार उन्मूलन दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन संस्था के निर्देशिका सिस्टर मेरी ऐलिस, श्रम अधीक्षक प्रेम शंकर सिंह, प्रोफ़ेसर अरविंद शर्मा, समीर दुग्गल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम के शुभारंभ किया। इसके पूर्व नगर के गौशाला प्रांगण स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
इस दौरान शिष्टमंडल के विजय कुमार ने कहा कि गांधी जी ने भी नशा को समाज की सबसे बड़ी बुराई बताया था। वही कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सिस्टर मेरी ऐलिस ने उपस्थित जन समुदाय से अपील करते हुए कहा कि आज हमारा समाज नाशा के बुराइयों को जानते हुए भी इससे होने वाले नुकसान की गंभीरता को नहीं समझ पा रहा, नशे का प्रभाव हमारे सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक संरचना के लिए एक घातक बीमारी है। यदि हम इसके ऊपर काबू नहीं पाए तो एक विकृत समाज के निर्माण में सहयोगी होंगे। अतः इसके उपयोग के लिए हम तन-मन से लगे हैं तथा इसकी गंभीरता को समझाते हुए नशा मुक्त समाज बनाने की अपनी जवाबदेही को समझें।
इस क्रम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम अधीक्षक प्रियंक शंकर सिंह ने कहा कि नशा सेवन मानव व्यवहार का शिकार बताया है। नशे से समाज में विकृति पैदा होती है। जिससे पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोग आर्थिक गुलामी के शिकार हो जाते हैं। वही नशा मुक्ति एवं मानव व्यापार के खतरों पर जागरूकता के लिए संस्था कार्यक्रम क्षेत्र के बच्चे द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। जिसके द्वारा नशा एवं मानव व्यापार मुक्त समाज बनाने की अपील की है। वही इस कार्यक्रम में ह्यूमन लिबर्टी नेटवर्क के सदस्य संस्थाएं, ढक्कन रक्सौल, आइडिया मोतिहारी, निर्देश मुजफ्फरपुर, प्रयास पटना एवं फकीराना शिक्षक सोसायटी बेतिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस दौरान मौके पर सत्येंद्र सिंह, विजय कुमार, समीर दिग्गल, परशुराम पंडित, शिशिर माइकल, रत्नेश मिश्रा, मोहम्मद कलाम अंसारी, अमित कुमार, अनिल डेविड, प्रदीप कुमार, रोहित अल्फेंड, फ्रांसिस जेवियर, विकास कुमार पांडेय, सत्यम कुमार आदि सहित कई उपस्थित रहे।