नई दिल्ली, 17 अक्तूबर 2017: डाटाविंड के प्रेज़िडेंट और सीईओ सुनीत सिंह तूली को एपेक्स प्रोफेशनल युनिवर्सीर्टी (अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित) से डाॅक्टर आॅफ लिटरेचर (आॅनरी काॅज़ा) की मानद उपाधि मिली है। उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सस्त दरों पर इंटरनेट सुविधा सुनिश्चित करने में संलग्न श्री तूली को युनिवर्सीटी के पहले कन्वोकेशन में अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में यह सम्मान दिया गया। डिजिटल डिवाइड दूर कर गरीबी मिटाने के लक्ष्य से ‘भारत और दुनिया के अन्य उभरते देशो में सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा’ देने के लिए यह सम्मान दिया गया है। ऐपेक्स प्रोफेशनल युनिवर्सीर्टी के चांस्लर और फाउंडर आचार्य धनवंत सिंह और डाॅ. जोराम बेगी (नेषनल लाॅ युनिवर्सीटी और ज्युडिषियल अकाडेमी, गुवाहाटी के वाइस चांस्लर) और माननीय सांसद श्री निनांग इरिंग ने श्री तूली को यह उपाधि प्रदान की।
उपाधि मिलने के अवसर पर श्री तूली ने कहा, ‘‘डाॅक्टरेट की मानद उपाधि ले कर मैं एपेक्स प्रोफेशनल युनिवर्सीटी का बहुत आभारी हूं। मेरा मानना है कि विकासशील देशो में तकनीकी प्रयास से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ सकती है और गरीबी मिटाने के लिए निरक्षरता दूर करना होगा। डाटाविंड का दृढ़ विश्वास है कि डिजिटल डिवाइड दूर करने का एक ही उपाय है – इंटरनेट सेवा की महंगाई की दीवार गिरा देना। हम ने अपने सभी डिवाइसों के साथ-साथ अनलिमिटेड इंटरनेट ब्राउजिंग की सुविधा दी है और अब तक वंचित लाखों लोगों को इंटरनेट से जोड़ दिया है।’’
श्री तूली ने बताया, ‘‘मैं इन उपलब्धियों का सारा श्रेय खुद अकेले नहीं ले सकता। डाटाविंड की पूरी टीम, खास कर मेरे मेंटर राजा सिंह तूली इस सम्मान के हकदार हैं। इन तकनीकियों का इजाद करने वाले राजा सिंह तूली के नाम अब तक 100 पेटेंट हैं।’’ 2011-12 का भारतीय टैबलेट बाजार मूलतः कीमती प्रोडक्ट का था और उन दिनों भारत में कुल 25,000 टैबलेटों की बिक्री हुई। लेकिन पिछले 5 वर्षो में भारतीय बाजार में नए सेगमेंट के टैबलेट कम्प्युटरों का दबदबा है। मूलतः 5000रु. से कम के सेगमेंट में लगभग 50 लाख टैबलेट बिक गए हैं। बाजार का जबरदस्त फैलाव हुआ है और 5 साल पहले की तुलना में यह 5 गुना बड़ा हो गया है। गौरतलब है कि पिछली कुछ तिमाहियों में कुल मिला कर बाजार ठंडा रहा है पर इंट्री सेगमेंट में निरंतर वृद्धि हो रही है जिसमें डाटाविंड के सस्ते डिवाइस (इंटरनेट सुविधा युक्त) का बड़ा योगदान है।
‘‘इंटरनेट सुविधा से वंचित भारत की एक अरब आबादी के लिए आकाश टैबलेट के साथ 2011 में शुरू हमारा सफर जारी है और हम दुनिया का सबसे सस्ता
प्लान लांच करने जा रहे हैं। इस मुकाम पर एपेक्स प्रोफेशनल युनिवर्सीटी का यह सम्मान हमें औरआगे जाने का हौसला देगा,