नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने कहा है कि उसकी ईवीएम मशीनों से मिलती जुलती इलेक्ट्रॉनिक मशीन बनाना किसी के लिए भी मुमकिन है लेकिन ऐसी मशीनों का चुनाव आयोग की ईवीएम से कोई लेना देना नहीं है.
आप आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज दिल्ली विधानसभा में ईवीएम से छेड़छाड़ का लाइव डेमो दिया था, जिसके बाद चुनाव आयोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है.
चुनाव आयोग ने लिखा है, “ये कॉमन सेंस है कि इन गैजेट्स को एक ख़ास तरीके से काम करने के लिए पहले से ही प्रोग्राम किया जा सकता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं निकाला जाना चाहिए कि ये बातें ईवीएम मशीनों पर भी लागू होती हैं.” आयोग के मुताबिक, “हमारी मशीनें तकनीकी रूप से सुरक्षित होती हैं और एक सिक्यूरिटी प्रोटोकॉल की तहत काम करती हैं. लेकिन बाहरी और नकली उपकरणों पर डेमो देकर समझदार नागरिकों का फ़ायदा नहीं उठाया जा सकता. न ही चुनाव आयोग के नाम को बदनाम किया जा सकता है.”
चुनाव आयोग ने 12 मई को सभी राजनीतिक पार्टियों की बैठक रखी है जिसमें ईवीएम से जुड़े मुद्दों पर भी बात होगी.
इससे पहले दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक डेमो टेस्ट के ज़रिए दावा किया कि ईवीएम मशीनों को आसानी से टैंपर किया जा सकता है. हालांकि ये असल में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम मशीन नहीं थी बिल्कुल उसी जैसी मशीन थी.
सौरभ भारद्वाज की मुख्य बातें
विधानसभा में ‘ईवीएम हैकिंग’ का डेमो दिया
कहा सीक्रेट कोड से मशीन हैकिंग संभव
चुनाव से पहले मशीन मिल जाए तो गुजरात चुनाव में जीतने का दावा
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सिर्फ़ मदरबोर्ड को बदलने भर से मशीनों में छेड़छाड़ की जा सकती है.
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, “मैं चैलेंज करता हूँ कि हमें गुजरात चुनाव से पहले सिर्फ़ तीन घंटे के लिए ईवीएम मशीनें दे दें, उनको वोट नहीं मिलेगा।